RAAM राम: Kyon Bhagwan Ramchandra को hua 14 Saal ka banwas

भगवान श्रीराम को 14 वर्षों का वनवास राजा दशरथ द्वारा दिए गए वचन के कारण हुआ था। इसके पीछे मुख्य रूप से दो कारण बताए जाते हैं:
1. कैकेयी का वरदान:
जब भगवान राम का राज्याभिषेक तय हुआ, तब महारानी कैकेयी की दासी मंथरा ने उन्हें भड़काया कि उनके पुत्र भरत को राजगद्दी नहीं मिलेगी। इससे प्रभावित होकर कैकेयी ने राजा दशरथ से अपने दो वरदान माँगे—
भरत को अयोध्या का राजा बनाना
श्रीराम को 14 वर्षों के लिए वनवास भेजना
राजा दशरथ वचनबद्ध थे और धर्म निभाते हुए उन्हें यह वरदान पूरा करना पड़ा।
2. पूर्व जन्म का श्राप (श्रवण कुमार प्रसंग):
एक अन्य कथा के अनुसार, राजा दशरथ को यह दुखदायी परिस्थिति उनके पूर्व जन्म के कर्मों के कारण मिली। जब वे युवा थे, तब उन्होंने अनजाने में श्रवण कुमार की हत्या कर दी थी, जिसके कारण श्रवण कुमार के माता-पिता ने दशरथ को यह श्राप दिया था कि जिस तरह वे अपने पुत्र के वियोग में तड़पकर मर रहे हैं, उसी तरह दशरथ को भी अपने प्रिय पुत्र के वियोग में प्राण त्यागने होंगे।
इन दोनों कारणों की वजह से भगवान राम को 14 वर्षों के लिए वनवास जाना पड़ा।