कौन है गैंगस्टर अमन साहू? Who is gangster Aman sahu !

अमन साहू का रांची में अलगाव था, जिसमें राज्य के विभिन्न अछूतों में रंगदारी, हत्या और उगाही में आपराधिक अलगाव शामिल था। उनके खिलाफ 100 से ज्यादा केस दर्ज थे। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पहले उसने शत्रुता में भी सहयोग किया था और 2013 में उसने अपना गिरोह बनाया था।
Aman sahu
हाल ही में, 8 मार्च 2025 को, विभिन्न जिलों में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या में उनका नाम सामने आया था। इस मामले में पूछताछ के लिए उसे रायपुर से रांची लाया जा रहा था। 11 मार्च 2025 को, पलामू जिले के चैनपुर क्षेत्र में, उसने मेडिसिन राइफल की चिंकारा की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद उसे गोली मार दी गई।
अंबानी के संबंध में अंतरराष्ट्रीय लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से भी संबंध था, और उन्होंने झारखंड के कट्टरपंथियों जैसे टीएसपीसी, पीएलएफआई, जेपी के साथ भी संपर्क स्थापित किया था। Aman sahu
एक समय में, वह मोबाइल की दुकान में पतरातू थी, लेकिन धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे वह अपराध की दुनिया में प्रवेश कर गई और झारखंड का सबसे बड़ा कोयला बन गया।
अमन साहू के सपोर्ट के दौरान, झारखंड पुलिस के स्पेशलिस्ट आमिर कुमार सिंह नीके ने अहम भूमिका निभाई। पीके ने पहले भी कई ड्यूरडेंट प्लेयर्स के साथ काम किया है और अपने प्रोफेशनल प्रोफेशनल्स के लिए जा चुके हैं।
अमन साहू के सहयोग के बाद, झारखंड पुलिस ने राज्य में अपराध और ओबाही के मामलों में कमी की उम्मीद जताई है।