अमेरिका का ईरान पर बड़ा हमला: क्या तीसरे विश्व युद्ध की दस्तक?
भूमिका
21वीं सदी में वैश्विक राजनीति और सैन्य ताकत का जो संघर्ष सामने आया है, उसमें अमेरिका और ईरान के बीच का टकराव सबसे खतरनाक माना जाता है। अमेरिका द्वारा ईरान पर किए गए हमलों न केवल मध्य पूर्व में तनाव बढ़ाते हैं, बल्कि पूरी दुनिया को एक अस्थिरता की ओर ले जाते हैं।
यह ब्लॉग अमेरिका के द्वारा ईरान पर किए गए सबसे बड़े हमलों, उनके कारण, प्रभाव और आगे की संभावनाओं को विस्तार से बताता है।
अमेरिका-ईरान संघर्ष की पृष्ठभूमि
ईरान और अमेरिका के रिश्ते 1979 की ईरानी क्रांति के बाद से ही बेहद तनावपूर्ण रहे हैं। जब ईरान ने अमेरिका के समर्थन वाली शाह की सत्ता को उखाड़ फेंका, तब से दोनों देशों के बीच विश्वास की दीवार टूट गई। इसके बाद अमेरिका ने ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए और समय-समय पर सैन्य कार्रवाई भी की।
अमेरिका द्वारा ईरान पर बड़े हमले
1. जनवरी 2020 – कासिम सुलेमानी की हत्या
अमेरिका द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा और विवादास्पद हमला 3 जनवरी 2020 को हुआ, जब ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को ड्रोन स्ट्राइक में बगदाद एयरपोर्ट के पास मार गिराया गया।
इस घटना ने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया और युद्ध के हालात बन गए।
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इस हमले के प्रभाव:
ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल दागी।
दोनों देशों के बीच युद्ध की संभावना तेजी से बढ़ गई।
दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ गईं।
2. साइबर हमले
अमेरिका ने ईरान के न्यूक्लियर कार्यक्रम को रोकने के लिए कई बार साइबर हमले किए। Stuxnet वायरस 2010 में ईरान के यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम को भारी नुकसान पहुंचा चुका है।
3. आर्थिक प्रतिबंध और गुप्त ऑपरेशन
अमेरिका ने ईरान के बैंकिंग, तेल व्यापार और सैन्य उद्योग को प्रभावित करने के लिए कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए, जिससे ईरानी अर्थव्यवस्था चरमरा गई।
अमेरिका का ईरान पर बड़ा हमला: क्या तीसरे विश्व युद्ध की दस्तक
क्यों करता है अमेरिका ईरान पर हमला?
ईरान का न्यूक्लियर कार्यक्रम अमेरिकी नीति निर्माताओं के लिए चिंता का विषय रहा है।
ईरान की हिजबुल्लाह और हौथी जैसे गुटों को समर्थन देने की नीति अमेरिका को अस्वीकार्य है।
मध्य पूर्व में इस्राइल की सुरक्षा को लेकर भी अमेरिका हमेशा सतर्क रहता है।
क्या होगा आगे?
वर्तमान में दोनों देश खुली जंग से बचे हुए हैं, लेकिन तनाव लगातार बना हुआ है। अगर ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में तेजी लाता है या अमेरिका फिर से सीधा हमला करता है, तो तीसरे विश्व युद्ध की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
अमेरिका का ईरान पर बड़ा हमला: क्या तीसरे विश्व युद्ध की दस्तक
निष्कर्ष
अमेरिका और ईरान के बीच का संघर्ष केवल दो देशों का मामला नहीं है। इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ता है – खासकर एशिया, यूरोप और तेल आयात करने वाले देशों पर। ऐसे में हर कदम सोच-समझकर उठाया जाना चाहिए।